Health benefits of Kaali Gajar: आमतौर पर लोग लाल या ऑरेंज गाजर के बारे में ही जानते हैं लेकिन काली गाजर (Kali Gajar) के बारे में कम जानकारी होती है. हालांकि काली गाजर की उत्पत्ति भारत, अफगानिस्तान और तुर्की में ही हुई है. आज काली गाजर दुनिया के हर भागों में उगाई जाती है. ऑरेंज या यैलो गाजर में बीटा कैरोटीन के कारण उसका रंग सुर्ख होता है लेकिन काली गाजर में एंथोसाइनिन (anthocyanin) रसायन पाया जाता है जिसके कारण इसका रंग काला होता है. ऑरेंज गाजर की तुलना में काली गाजर से कुछ अतिरिक्त फायदे मिल सकते हैं. काली गाजर में कैंसर कोशिकाओं को खत्म करने की क्षमता होती है.
काली गाजर का स्वाद भी ऑरेंज गाजर से बेहतर होता है. इसके अलावा इसकी मिठास भी अच्छी होती है. इसे खाने के बाद मुंह में बहुत देर तक स्पाइसी जैसा बना रहता है. काली गाजर में में फाइबर, पोटैशियम, विटामिन-ए, विटामिन-सी, मैंगनीज, विटामिन-बी आदि पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो अच्छी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है. आइए जानते हैं कि काली गाजर से क्या-क्या फायदे होते हैं.
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काली गाजर के फायदे
डाइजेस्टिव सिस्टम बूस्ट करती है
टीओआई की खबर के मुताबिक काली गाजर में भरपूर मात्रा में डाइट्री फाइबर मौजूद रहता है जो डाइजेस्टिव सिस्टम को बूस्ट करता है. इसके इस्तेमाल से खून साफ होता है और ब्लड सर्कुलेशन ठीक रहता है. काली गाजर कब्ज, गैस, ब्लॉटिंग, छाती में जलन, बेचैनी, डायरिया जैसी बीमारी को ठीक करती है.
इम्यूनिटी बूस्ट करती है
काली गाजर का सेवन शरीर में इम्यूनिटी को बूस्ट करता है. काली गाजर में बैक्टीरिया और वायरस दोनों को खत्म करने की क्षमता होती है. यह कोल्ड एंड फ्लू से भी बचाती है. इसमें विटामिन सी मौजूद होता है जो खून में श्वेत रक्त कोशिकाओं की संख्या में इजाफा करता है. इसके कारण शरीर में बाहरी संक्रमण या बीमारी से रक्षा होती है.
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कैंसर के जोखिम को कम करती है
सबसे अच्छी बात यह है कि काली गाजर में कैंसर कोशिकाओं को खत्म करने की क्षमता होती है. चूंकि इसमें एंथोसाइनिन (anthocyanin) रसायन पाया जाता है जो एंटी इंफ्लामेटरी गुण से भरपूर है. इसके अलावा इसमें मौजूद कई प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट्स फ्री रेडिकल्स से शरीर को बचाते हैं. यह शरीर में कैंसर कारक कणों को प्रवेश से रोकता है.
आंखों की रोशनी बढ़ाती है
ऑरेंज गाजर की तरह काली गाजर में भरपूर मात्रा में विटामिन ए पाया जाता है. विटामिन ए आंखों की रोशनी बढ़ाता है. इसमें भी बीटा कैरोटीन होता है जो आंखों की रोशनी के लिए फायदेमंद है. इसके नियमित सेवन से चश्मे का नंबर कम हो सकता और आंखों की रोशनी बढ़ सकती है.
अल्जाइमर से भी बचाता है
कुछ अध्ययनों में कहा गया है कि काली गाजर का सेवन अल्जाइमर से भी बचाने में सक्षम है. इससे न्यूरोलॉजिकल बीमारियों के होने का कम जोखिम रहता है. इसके लिए गाजर में मौजूद एंटी-इंफ्लामेटरी और एंथोसाइमिन महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
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