Cardiac Arrest (कीर्ति राजपूत): इन दिनों कार्डियक अरेस्ट (Cardiac Arrest) नाम की बीमारी काफी सुनने में आ रही है. इस बीमारी ने यंग जेनरेशन (Young Generation) को अपनी चपेट में ले रखा है. आपको जानकर हैरानी होगी कि पुरुषों को मुकाबले महिलाओं (Female Patient as compare Male) में इस बीमारी का अनुपात ज्यादा है. लेकिन एक सच्चाई ये भी है कि महिलाओं में इसके लक्षण आम नहीं होते. जिसके कारण यह समझ पाना कि मुश्किल हो जाता है कि महिला कार्डियक अरेस्ट की शिकार हो सकती है. हांलाकी यह कहना बिल्कुल गलत होगा कि महिलाओं में इसके लक्षण बिल्कुल भी नहीं देखे जाते. आज की इस कड़ी में डॉ पंकज मनोरिया, कार्डियोलॉजिस्ट आपको बताएंगे कि महिलाओं में कार्डियक अरेस्ट के लक्षण, कारण, बचाव और इसके इलाज के बारे में.
Dr. Pankaj Manoria
MD DM (Cardiology) FACC (USA), FESC (Europe) FSCAI (USA), FICA (USA), FIAMS. Director at Manoria Heart Care Centre Bhopal (Image:News18)
हार्ट अटैक
जब व्यक्ति को हार्ट अटैक होता है तो हृदय की धमनियों में ब्लड सर्कुलेशन रुक जाता है. जब अटैक आता है तो व्यक्ति होश में रहता है. अगर व्यक्ति को सांस लेने में किसी भी प्रकार का परिवर्तन महसूस होता है तो यह लक्षण हार्ट अटैक का होता है.
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कार्डियक अरेस्ट
कार्डियक अरेस्ट हार्ट अटैक से ज्यादा जानलेवा बीमारी है. कार्डियक अरेस्ट में हार्ट ब्लड सर्कुलेशन पूरी तरह बंद कर देता है. इसमें व्यक्ति के कोमा में जाने और मृत्यु होने की संभावना अधिक रहती है.
कार्डियक अरेस्ट के लक्षण
जब कार्डियक अरेस्ट आता है तो धड़कने बढ़ कर 300-400 तक हो जाती है. ब्लड प्रेशर नीचे गिरने लगता है और दिल के फंक्शन में अनियमितता आ जाती है. जिससे शरीर के अन्य हिस्सों में ब्लड की सप्लाई नहीं हो पाती है.
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किस उम्र के लोगों में होता है
पहले के समय में हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट बुज़ुर्गों में देखने को मिलता था. लेकिन अब यह बीमारी अडल्ट में और खास कर महिलाओं में ज्यादा देखने को मिल रही है. जिसकी वजह से नौजावान अपनी जान गवां रहें हैं. यंग में इस बीमारी का नंबर वन कारण है HOCM (Hypertrophic obstructive cardiomyopathy)
कार्डियक अरेस्ट के कारण
शुगर, हाई ब्लडप्रेशर, हाई कोलेस्ट्रोल, स्मोकिंग, लेक ऑफ फ़ज़िकल एक्सरसाइज़, ओबेसिटी, खराब लाइफ़स्टाइल, तनाव कार्डियक अरेस्ट के कारण है.
इसके बचाव
80 प्रतिशत केस में कार्डियक अरेस्ट हार्ट अटैक के कारण होता है. अगर आप हार्ट अटैक का बचाव करेंगे तो कार्डियक अरेस्ट से अपने आप बचा जासकता है. इसके लिए एक फॉर्मुला है ABCDE
A- A1C शुगर कंट्रोल में रखना है
B- ब्लड प्रेशर में रखें
C- कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रखें, सिगरेट से दूर रहें
D- डाइट अच्छी हो, मसाले और ऑयली फूड से दूर रहें
E- एक्सरसाइज़ करें, नेगेटिव इमोशन से दूर रहें
इसका इलाज
कार्डियक अरेस्ट का इलाज में सबसे पहले (CPR- Cardiopulmonary resuscitation) मतलब कार्डियक मसाज करना, हार्ट की अनियमित हुई रिदम के लिए इलेक्ट्रिक शॉट देकर हार्ट को नॉर्मल किया जाता है.
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