नमक और तेल के फूड
मक्खन और ओमेगा 6 फैटी एसिड पदार्थों में वसा और तेल की मात्रा होती है जिससे बलगम बनने और लार गाढ़ा होने की सम्भावना रहती है. बलगम से खांसी की समस्या भी बढ़ जाती है. इसलिए सर्दियों में अपने बच्चों को तेल से बने खाने से दूर ही रखें, तो बेहतर है. इस मौसम में वनस्पति तेल का उपयोग करना ज्यादा बेहतर है.
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प्राकृतिक चीनी की तुलना में खाने में होने वाली चीनी हानिकारक है. इससे सफेद रक्त कोशिकाएं कम हो सकती हैं, ये हमें संक्रमण और बीमारियों से बचाने में सहायक होती हैं. ज्यादा चीनी खाने से बच्चों में बैक्टीरियल और वायरल संक्रमण को बढ़ावा दे सकती है. कोल्ड ड्रिंक, कैंडीज आदि से बच्चों को दूर रखें.
मैयोनज
मैयोनज में हिस्टानामक कैमिकल होता है जिससे शरीर को ऊर्जा प्राप्त होती है लेकिन सर्दियों में हिस्टामाइन से बलगम की समस्या पैदा हो सकती है. इससे गले में भी प्रॉब्लम हो सकती है. टमाटर, बैंगन, मशरूम, सिरका, छाछ, अचार, आदि में हिस्टामाइन पाया जाता है.
डेयरी प्रोडक्ट्स
एनीमल प्रोटीन से बच्चों की लार बलगम गाढ़ा होता है, इससे बच्चे को निगलने में परेशानी हो सकती है. पनीर, क्रीम और क्रीम से बनने वाले सूप आदि से अपने बच्चों को सर्दियों में दूर रखें और खाने ना दें.
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मांस
मांस में काफी ज्यादा प्रोटीन होता है, जो बलगम को बढ़ावा देता है. इससे गले में जलन जैसी समस्या बच्चे में उत्पन्न हो सकती है. प्रोसेस्ड मीट और अंडा सबसे खराब है और इसे बच्चों को बिलकुल न खिलाएं. अगर मॉस खिलाना ही है, तो ऑर्गेनिक मछली खिलाएं. (Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारी पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)