Pregnancy and Oral Health: प्रेग्नेंसी एक ऐसा दौर है, जिसमें होने वाली मां की देखभाल बेहद ज़रूरी है. बच्चे और मां की सेहत बेहतर रहे इसलिए खानपान से लेकर रूटीन और दवाओं तक का ख़ास ध्यान रखा जाता है. लेकिन क्या आप जानती हैं प्रेग्नेंसी के दौरान ओरल हेल्थ का ख़्याल रखना भी बेहद ज़रूरी है. इसमें बरती गई लापरवाही न सिर्फ मां की सेहत के लिए बुरी साबित हो सकती है, बल्कि बच्चे के लिए भी ख़तरनाक होती है.
दांतों की देखभाल पर ज़्यादातर लोगों का ध्यान नहीं जाता है. सुबह और रात, दो बार ब्रश करना ही उनके लिए काफी होता है. वहीं अगर प्रेग्नेंसी की बात करें, तो इस दौरान महिला अपने शारीरिक और मानसिक समस्याओं में इतनी ज़्यादा उलझी रहती है कि बाकी चीज़ों पर उसका ध्यान कम ही जाता है. एफईहेल्थकेयर के मुताबिक गर्भावस्था में ओरल हेल्थ का ध्यान रखा जाए, तो बच्चे के प्रीमैच्योर और कम वज़न के साथ जन्म लेने की आशंका कम होती है.
प्रेग्नेंसी में बढ़ती है दांतों की समस्या
करीब 70% महिलाओं को प्रेग्नेंसी के दौरान मसूड़ों से जुड़ी समस्याएं झेलनी पड़ती हैं. इसे प्रेग्नेंसी जिंजीवाइटिस के नाम से जाना जाता है. लंबे समय तक नज़रअंदाज़ करने पर आगे चलकर यह जिंजीवाइटिस गंभीर बीमारियों की वजह भी बन सकती हैं. दरअसल प्रेग्नेंसी के दौरान बॉडी में हॉर्मोन लेवल तेज़ी से बदलता है, जिससे मसूड़ों में ब्लड फ्लो बढ़ जाता है. यह मसूड़ों में सूजन और सेंसिटिविटी बढ़ाने की वजह बनता है. महिलाएं इस दौरान दांत साफ करने में दर्द का सामना करती हैं और इसी वजह से दांतों में फंसे खाने के कण और पनपने बैक्टीरिया ओरल हेल्थ को नुकसान पहुंचाते हैं. इसके अलावा पेट में गैस और एसिडिटी बनने से टूथ इनेमल कमज़ोर होते चले जाते हैं.
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बच्चे की सेहत होती है प्रभावित
प्रेग्नेंसी जिंजीवाइटिस मां के अलावा अजन्मे बच्चे के लिए भी खतरनाक होता है. इसकी वजह से मिसकैरेज, प्रीमैच्योर डिलीवरी, लो बर्थ वेट के अलावा बच्चे में ब्रेन इंजरी, देखने की क्षमता में कमी या फिर न सुन पाने जैसी समस्याएं भी विकसित हो सकती है. इसलिए मां और बच्चे दोनों की सेहत का ध्यान रखने के लिए खानपान और लाइफस्टाइल ओरल हेल्थ पर ध्यान देना बेहद ज़रूरी है.
ऐसे बचें प्रेग्नेंसी जिंजीवाइटिस से
प्रेग्नेंसी के दौरान मसूड़े सेंसटिव हो जाते हैं, इसलिए सॉफ्ट ब्रश का इस्तेमाल करें.
डेंटिस्ट की दी गई सलाह के हिसाब से दिन भर में एक या दो बार फ्लॉस ज़रूर करें.
मीठी चीज़ों को खाने से परहेज़ करें. ये दांत में चिपककर बैक्टीरिया की प्रॉब्लम बढ़ा सकते हैं.
डेंटिस्ट की सलाह के हिसाब से ही प्रेग्नेंसी में माउथवॉश का इस्तेमाल करें.
डेंटिस्ट को अपनी प्रेग्नेंसी के बारे में बताएं और ज़रूरत के हिसाब से ट्रीटमेंट लें.
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Tags: Health, Lifestyle, Motherhood, Pregnancy
FIRST PUBLISHED : May 24, 2022, 11:45 IST