RBM3 के उत्पादन में वृद्धि से मस्तिष्क में महत्वपूर्ण कनेक्शन की मरम्मत में मदद मिलती है.
मष्तिष्क (Brain) को ठंडा करके संरक्षित किया जा सकता है. यही कारण है कि सिर में चोट लगने या कार्डिएक ऑपरेशन में सर्जरी के दौरान उन लोगों को ठंडा कर दिया जाता है.
- News18Hindi
- Last Updated:
October 22, 2020, 9:13 AM IST
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सिनेप्स में नुकसान के कारण संज्ञान लेने के कार्य में गिरावट का अनुभव होता है. इसके परिणामस्वरूप, किसी व्यक्ति को ध्यान केंद्रित करने और भ्रमित महसूस करने में कठिनाई हो सकती है. जानवरों के मामले में प्रोटीन उनके सिनेप्स के 20 से 30 प्रतिशत को निकाल देता है. ऐसा तभी होता है, जब वे सर्दियों में सो रहे होते हैं. हालांकि पुनर्जनन वसंत ऋतू में शुरू होता है. शोध को अंजाम देने वाले वैज्ञानिकों ने कहा कि एक दवा इस प्रोटीन के उत्पादन को ट्रिगर कर सकती है, जो सालों तक मनोभ्रंश की शुरुआत रोक सकती है. चूहों पर किए गए विभिन्न अध्ययनों से यह भी पता चला है कि प्रोटीन वर्षों तक डिजनरेटिव मस्तिष्क रोगों की शुरुआत को रोक सकता है. बीबीसी ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया है कि मष्तिष्क को ठंडा करके संरक्षित किया जा सकता है. यही कारण है कि सिर में चोट लगने या कार्डिएक ऑपरेशन में सर्जरी के दौरान उन लोगों को ठंडा कर दिया जाता है.
इसे भी पढ़ेंः Covid 19: किन तरीकों से किया जा सकता है कोरोनावायरस का ट्रीटमेंट, जानेंशोधकर्ताओं ने 2016, 2017 और 2018 की सर्दियों के दौरान प्रोटीन के लिए तैयारियों को ऑब्जर्व किया. इसके अलावा पूल में अभ्यास करने वाले ताई ची क्लब के सदस्यों को भी मॉनिटर किया गया. शोधकर्ताओं ने तैराकों में RBM3 का स्तर बढ़ा हुआ पाया. दिलचस्प बात यह थी कि मार्शल आर्ट के सदस्यों में यह कंपोनेंट ज्यादा मात्रा में नहीं पाया गया. वे कभी पूल में नहीं गए. बीबीसी के अनुसार शोध के प्रोफेसर जियोवाना मैलुसी ने कहा कि इस रिसर्च का उद्देश्य ऐसी दवा को ढूंढना है जो प्रोटीन में वृद्धि का करे या वृद्धि का कारण बने. यह स्टडी अभी तक पब्लिश नहीं हुई है.